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मध्यप्रदेश के राजकीय प्रतीक (

मध्यप्रदेश के राजकीय प्रतीक ( most important Question For MPPSC ) 

1- मध्यप्रदेश के राज्य पक्षी का नाम है - ( MPPSC-2018 PRE) -
शाह बुलबुल ( पैराडाइज फ्लाई क्लेचर) 

2 - मध्यप्रदेश का राजकीय चिन्ह कौन सा है ? 
 - 24 स्तूप आकृति के अंदर एक वृत्त जिसमे गेंहू और धान की बालियां अंकित की गई हैं ! 

3- मध्यप्रदेश का राजकीय पुष्प कौन सा है ?
- सफेद लिली 

4- मध्यप्रदेश का राजकीय पशु कौन सा है ? 
- बारहसिंघा

5- मध्यप्रदेश का राजकीय वृक्ष कौन सा है ? 
- वरगद ( वट वृक्ष ) 

6- मध्यप्रदेश का राजकीय मछली कौन सी है ? 
- महाशीर 

7- मध्यप्रदेश का राजकीय नाट्य कौन सा है ? 
- माच

8- मध्यप्रदेश का राजकीय नृत्य कौन सा है ? 
- राई 

9- मध्यप्रदेश का राजकीय फसल कौन सी है ? 
- सोयाबीन 

10- मध्यप्रदेश का राजकीय गान कौन सा है ? 
सुख का दाता सब का साथी शुभ का यह संदेश है,
माँ की गोद, पिता का आश्रय मेरा मध्यप्रदेश है।

11- मध्यप्रदेश का राजकीय खेल कौन सा है ? 
- मलखम्ब 

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विधानपरिषद

विधान परिषद या राज्य विधान परिषद भारत के उन राज्यों में उच्च सदन है, जिनके पास द्विसदनीय विधायिका है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 169 में विधान परिषद की स्थापना का प्रावधान है। 2018 तक, 29 राज्यों में से 7 में एक राज्य विधान परिषद है। विधान परिषदों (MLC) के सदस्य स्थानीय निकायों, राज्य विधान सभा, राज्यपाल, स्नातकों और शिक्षकों द्वारा चुने जाते हैं। वे विधान परिषद में 6 वर्षों के लिए चुने जाते हैं। हर दो साल में एक तिहाई सदस्य सेवानिवृत्त हो जाते हैं। राज्य विधान परिषदों की सूची- (7 राज्य ) 1. जम्मू और कश्मीर 2.- उत्तरप्रदेश 3.- बिहार 4.- महाराष्ट्र 5.- कर्नाटक 6. तेलंगाना 7.- आंध्रप्रदेश

राज्यसभा में सदस्यों की संख्या ( राज्य के अनुसार )

राज्यसभा -- संरचना (अनुच्छेद -80 ) अधिकतम सदस्य संख्या - 250 (238+12) वर्तमान में -245 (233+12) मनोनीत सदस्य - 12 राज्यसभा के सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु -30 वर्ष राज्यसभा का कार्यकाल - 6 वर्ष राज्यसभा का पदेन सभापति - उपराष्ट्रपति राज्यसभा में सदस्यों की संख्या उत्तरप्रदेश - 31 महाराष्ट्र - 19  तमिलनाडु-18 बिहार - 16 पश्चिम बंगाल - 16 आंध्रप्रदेश-  11 मध्यप्रदेश - 11 गुजरात - 11 उडीसा - 10

जल्लीकट्टू

जल्लीकट्टू Jallikattu तमिलनाडु राज्य के मदुरै में  जल्लीकट्टू  (Jallikattu) कार्यक्रम में ज़िला प्रशासन और पुलिस द्वारा सुरक्षा नियमों को लागू करने से दुर्घटनाओं को कम करने में मदद मिली है। जल्लीकट्टू मुख्य बिंदु: जल्लीकट्टू का आयोजन प्रत्येक वर्ष जनवरी में पोंगल (फसलों की कटाई के त्योहार) के अवसर पर किया जाता है। जल्लीकट्टू, तमिलनाडु का लगभग 2000 साल पुराना एक प्राचीन पारंपरिक खेल है इस आयोजन में हर साल लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं यहाँ तक कि उनकी मौत भी हो जाती है। जल्लीकट्टू तमिल भाषा के दो शब्दों  ‘जल्ली’  और  ‘कट्टू’  से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है साँड़ के सींग पर सोने या चाँदी के बांधे गए सिक्के। इस खेल में साँड़ की सींगों में सिक्के या नोट फँसाए जाते हैं और फिर उन्हें भड़काकर भीड़ में छोड़ दिया जाता है, ताकि लोग साँड़ की सींगों को पकड़कर उन्हें काबू में करें।​ JalliKattu  जल्लीकट्टू जल्लीकट्टू Tamilnadu